यूपी के गाजियाबाद स्थित इंदिरापुरम कोतवाली क्षेत्र के एक कॉलेज में नौवीं कक्षा की दुष्कर्म पीड़िता का नाम काटकर प्रिंसिपल और प्रबंधन की संवेदनहीनता सामने आई है। पिता का आरोप है कि गुरुवार को प्रिंसिपल ने उनकी बड़ी बेटी को बुलाकर कहा कि उसे अब स्कूल मत भेजना इसकी जल्दी शादी करा दो। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारी और पुलिस से गुहार लगाई है। पिता की शिकायत पर इंदिरापुरम पुलिस दो दिन पहले आरोपी पड़ोसी को गिरफ्तार कर चुकी है।
पिता ने बताया कि उनकी 15 वर्षीय बेटी नौवी कक्षा की छात्रा है। कॉलोनी में एक युवक किराए के कमरे में रहता था। उसने इंस्टाग्राम के जरिए बेटी से नजदीकी बढ़ाई और दोस्ती के बहाने कई बार स्वर्णजयंती पार्क ले गया था। वहां छात्रा की फोटो और वीडियो बनाकर मोबाइल में कैद कर ली। उन फोटो-वीडियो से आरोपी ने छात्रा को कई बार धमकी दी कि यदि वह उसकी बात नहीं मानेगी तो वो इन्हें सोशल मीडिया पर वायरल कर देगा।
छात्रा उसकी धमकी से काफी डर गई। वह छात्रा को नोएडा के एक होटल में अलग-अलग समय पर पांच बार ले गया। वहां उसके साथ बार-बार दुष्कर्म किया। छात्रा ने जब विरोध किया तो उसे शादी का झांसा दे दिया। मई माह में छात्रा ने पिता को तबीयत खराब होने के बारे में बताया तो उन्हें शक होने लगा। उन्होंने डॉक्टर से इलाज करा कर पुलिस को घटना की सूचना दी। पुलिस ने तत्काल मामले को गंभीरता से लेकर जांच की। पुलिस ने दुष्कर्म और धमकी देने व फोटो वीडियो बनाने के मामले में पड़ोसी पर नामजद मुकदमा दर्ज कर लिया। बुधवार को पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
स्कूल प्रबंधन का वर्जन
प्रिंसिपल का कहना है कि नौवीं-दसवीं कक्षा में एक या दो और 11वीं कक्षा में तीन से चार बच्चों के नाम काटे गए थे। इनमें छात्रा का भी नाम शामिल है। वह महीने के शुरुआत से स्कूल नहीं आ रही थी। उसके साथ हुई घटना की जानकारी नहीं थी। छात्रा स्कूल आएगी तो उसका दाखिला कर पढ़ाई शुरू करा दी जाएगी।