दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम ने किडनी ट्रांसप्लांट रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए एक मशहूर डॉक्टर समेत सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस की जांच में पता चला है कि इस रैकेट के तार दिल्ली से लेकर बांग्लादेश तक जुड़े हैं।
दिल्ली में रहकर रैकेट से जुड़ी महिला डॉक्टर
टीम ने गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ की। पूछताछ में पता चला कि आरोपी महिला डॉक्टर चेन्नई की रहने वाली है। वह दिल्ली में रहने आई थी, इसी दौरान उसका संपर्क एक रैकेट से हुआ। इसके बाद 50 साल की यह मशहूर महिला डॉक्टर लंबे समय तक रैकेट के साथ काम करती रही।
दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच डीसीपी अमित गोयल की निगरानी में इंटर स्टेट सेल ने ऑर्गन ट्रांसप्लांट रैकेट का पर्दाफाश करते हुए एक डॉक्टर समेत करीब 7 लोगों को गिरफ्तार किया है
— Delhi News24 (@delhinews24tv) July 9, 2024
इस रैकेट में शामिल लोगों के तार बांग्लादेश से जुड़े हुए थे हर ट्रांसप्लांट के लिए 25-30 लाख रुपये लेते थे… pic.twitter.com/6rHiikkmOL
आरोपियों में तीन बांग्लादेशी भी शामिल
बताया गया कि गिरफ्तार आरोपियों में एक अनुवादक और तीन बांग्लादेशी भी शामिल हैं। वहीं, दिल्ली-एनसीआर के दो बड़े नामी अस्पताल भी शक के दायरे में आए हैं, जिनसे दिल्ली पुलिस की टीम पूछताछ कर रही है।
पुलिस के मुताबिक, ये आरोपी 20 से 30 लाख रुपये में किडनी बेचते थे। किडनी देने वाला और लेने वाला दोनों ही बांग्लादेश के थे। जांच में पता चला कि ये लोग 2019 से ऑर्गन रैकेट चला रहे थे। गिरफ्तार आरोपियों में दिल्ली के एक नामी अस्पताल की किडनी सर्जन डॉ. विजया कुमारी भी शामिल है। बताया गया कि महिला डॉक्टर केस के लिए नियमित रूप से अस्पताल आती थी।
अब महिला डॉक्टर को सस्पेंड कर दिया गया है। बांग्लादेश हाई कमीशन के कई फर्जी दस्तावेज बरामद आरोपियों के पास से बांग्लादेश हाई कमीशन के कई फर्जी दस्तावेज भी बरामद हुए हैं। ये किडनी डोनर से 4-5 लाख लेकर रिसीवर को 20 से 25 लाख में बेच देते थे। हर सर्जरी के लिए दो लाख रुपये लेती थी डॉक्टर यह महिला डॉक्टर हर सर्जरी के लिए दो लाख रुपये लेती थी। डॉक्टर ने ज्यादातर सर्जरी नोएडा के एक नामी अस्पताल में की थी। वहीं, डोनर और रिसीवर को दिल्ली के जसोला में एक फ्लैट में रखा जाता था।