नई दिल्ली। भारतीय किसान यूनियन (भानू) व्यापार प्रकोष्ठ दिल्ली प्रदेश के नवनियुक्त अध्यक्ष पंकज भरेजा ने देश में किसान आयोग के गठन की मांग को दोहराया है। आजादपुर मंडी की समस्याओं को लेकर तकरीबन एक दशक से संघर्षरत रहे पंकज भरेजा खुद आढ़ती भी हैं। पंकज भरेजा ने आजादपुर मंडी में पार्किंग की समस्या, सुरक्षा व्यवस्था और एपीएमसी में फैले भ्रष्टाचार के खिलाफ हमेशा बेख़ौफ़ होकर अपनी आवाज बुलन्द की। आजादपुर मंडी के डी ब्लॉक में साफ़ सफाई व्यवस्था को सुधारने के लिए भी पंकज भरेजा ने उल्लेखनीय योगदान दिया जिसके कारण मंडी में एक दिन की छुट्टी का प्रावधान लागू कराने में सफलता मिली।
किसानों की समस्याओं को नजदीक से समझने और समस्याओं के समाधान के लिए सदैव संघर्षरत रहे पंकज भरेजा ने दिल्ली प्रदेश व्यापार प्रकोष्ठ के नवनियुक्त अध्यक्ष के नाते दिल्ली न्यूज़24 से खास बातचीत में देश के किसानों को कर्ज मुक्त किये जाने की मांग की। साथ ही उन्होंने कहा की सरकार को जल्द ऐसी निति बनानी होगी ताकि किसान बार-बार कर्ज के जाल में न फंसे। पंकज भरेजा का मानना है की सरकार की ओर से जैविक खेती पर अधिक जोर दिया जाना चाहिए और देश में जैविक क्रांति लाने का प्रयास प्राथमिकता में शामिल किया जाना चाहिए। इससे देश के मवेशी भी सुरक्षित रहेंगे और किसान भी खुशहाल होगा।
उन्होंने कहा की देश में गायें सड़कों पर न आएं यह सुनिश्चित करने के लिए हर गांव के बार किसान को गौशाला का पंजीकरण और प्रत्येक गाय का राज्यवार पंजीकरण करवाना चाहिए और गाय की ट्रैकिंग प्रणाली को भी अनिवार्य किया जाना चाहिए। इसके लिए आजतक किसी भी सरकार ने गंभीरता से काम नहीं किया। दूध की गुणवत्ता पर सख्त कानून बने, मिलावट करने वालों को कड़ी से कड़ी सजा मिले, अगर यह काम सटीकता और पारदर्शिता के साथ किया जाए तो गाय और किसान की समृद्धि का द्वार अपने आप खुल जाएगा। गन्ना भुगतान का डिजिटलीकरण किया जाए ताकि किसान को परेशानी का सामना न करना पड़े।
आजादपुर मंडी की समस्याओं पर बात करते हुए व्यापार प्रकोष्ठ दिल्ली प्रदेश के नवनियुक्त अध्यक्ष पंकज भरेजा ने भारतीय किसान यूनियन (भानू) की सभी मांगों को समय की आवश्यकता बताया। उन्होंने कहा की आजादपुर मंडी में ट्रैफिक जाम, सुरक्षा गार्डों की कमी, अवैध पार्किंग की समस्या, एपीएमसी अधिकारियों की तानाशाही और सुविधा शुल्क वसूली की परम्परा को खत्म करने के लिए व्यापार प्रकोष्ठ के सभी पदाधिकारी कृतसंकल्पित हैं क्यूंकि भारतीय किसान यूनियन (भानू) विशुद्ध रूप से किसानों और मंडियों से जुड़े व्यापारियों के हितों की रक्षा के लिए काम करता है।