Dengue Alert: निर्माण स्थलों पर, रुके हुए पानी, झाड़ियों और कबाड़ में मच्छरों की प्रजनन की संख्या बढ़ रही है

पिछले दो सालों के मुकाबले इस साल दिल्ली में डेंगू के मामले करीब छह गुना तेजी से बढ़ रहे हैं. निर्माण स्थलों पर मच्छरों का प्रजनन इसका एक बड़ा कारण हो सकता है। निगम ने ऐसी लापरवाही के लिए निर्माण कंपनियों के खिलाफ कानूनी नोटिस जारी किया है।

Rohit Mehta
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The number of mosquitoes breeding in construction sites, stagnant water, bushes and junk is increasing

दिल्ली में बड़ी संख्या में निर्माण स्थल मच्छरों के प्रजनन के लिए उपयुक्त स्थान बन गए हैं। यहां रुके हुए पानी, झाड़ियों और इधर-उधर पड़े कबाड़ में मच्छर पनप रहे हैं, जिनकी रोकथाम के लिए कोई इंतजाम नहीं है। मच्छरों के प्रजनन का पता लगाने के लिए एमसीडी द्वारा पूरी दिल्ली में चलाए गए एक विशेष अभियान में 166 निर्माण स्थलों पर मच्छरों का प्रजनन पाया गया है।

पिछले दो सालों के मुकाबले इस साल दिल्ली में डेंगू के मामले करीब छह गुना तेजी से बढ़ रहे हैं. निर्माण स्थलों पर मच्छरों का प्रजनन इसका एक बड़ा कारण हो सकता है। निगम ने ऐसी लापरवाही के लिए निर्माण कंपनियों के खिलाफ कानूनी नोटिस जारी किया है। जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इन सभी कंपनियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की तैयारी की जा रही है. आने वाले दिनों में उन पर जुर्माना लगाया जाएगा और यदि मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए पर्याप्त उपाय नहीं किए गए तो उनके खिलाफ मामला भी दर्ज किया जाएगा।

निर्माण स्थलों की जांच की जा रही है

एमसीडी ने पूरी दिल्ली में दो विशेष अभियान चलाए। पहले अभियान में 1507 निर्माण स्थलों की जांच की गई, जिनमें से 40 स्थानों पर मच्छरों का प्रजनन पाया गया। दूसरे विशेष अभियान में 762 निर्माण स्थलों की जांच की गई, जिनमें से 126 स्थानों पर मच्छरों का प्रजनन पाया गया। पहला अभियान तब चलाया गया जब गर्मी हल्की थी। दूसरा अभियान गर्मी के मौसम में चलाया गया और अधिक निर्माण स्थलों पर मच्छरों का प्रजनन पाया गया। एमसीडी का विशेष अभियान लगातार चलाया जा रहा है, जिसकी रिपोर्ट जल्द ही जन स्वास्थ्य विभाग जारी करेगा.

इस वर्ष कार्ययोजना बनाने में देरी हुई।

एमसीडी के जन स्वास्थ्य विभाग ने इस साल मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए कार्ययोजना तैयार करने में देरी की है। हर साल निगम के वित्तीय वर्ष की शुरुआत यानी अप्रैल में ही कार्ययोजना तैयार की जाती है और इसे 12 जोन में लागू किया जाता है. लेकिन इस वर्ष अभी तक कार्ययोजना लागू नहीं हो सकी है। अधिकारियों का कहना है कि कार्ययोजना तैयार है और एक-दो दिन में इसे लागू कर दिया जाएगा।

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Rohit Mehta is an Indian blogger cum Freelance Journalist, Author and Entrepreneur. He is the founder of Digital Gabbar and many other knows brands.
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