राजधानी के जल संकट को लेकर जल मंत्री आतिशी और शहरी विकास मंत्री सौरभ भारद्वाज के साथ बैठक में एलजी वीके सक्सेना ने हरियाणा से दिल्ली के रास्ते यह पता लगाने को कहा है कि पानी कहां गायब हो रहा है।
इस बैठक में एलजी को अधिकारियों ने बताया कि हरियाणा द्वारा तय मात्रा से ज्यादा पानी मूनक नहर में छोड़ा जा रहा है। लेकिन बवाना आने तक यह पानी 20 प्रतिशत तक कम हो रहा है। पानी की किल्लत खत्म करने के लिए इस गायब हो रहे पानी का पता लगाना आवश्यक है।
रास्ते में गायब हो गया 18 प्रतिशत पानी
रास्ते में लगभग 200 क्यूसेक (लगभग 18 प्रतिशत) पानी गायब हो गया जबकि यह पांच प्रतिशत से ज्यादा नहीं होना चाहिए। यूवाइआरबी द्वारा पांच जून को भी पानी के गायब होने का मुद्दा बैठक में उठाया गया था। उस बैठक में दिल्ली व हरियाणा सरकार के अधिकारी मौजूद थे।
बैठक में तय किया गया कि पानी गायब होने से रोकना होगा। दिल्ली के नौ जलशोधन संयंत्रों में से सात को मूनक नहर से ही पानी मिलता है। लेकिन दिल्ली के क्षेत्र में नहर की मरम्मत नहीं होने के चलते जहां पानी लीक हो रहा है तो वहीं कुछ जगहों पर टैंकर के माध्यम से पानी चोरी हो रहा है। बैठक में टैंकर से पानी चोरी होने की तस्वीरें भी साझा की गई।
पानी को लेकर योजना बनाएगा जल बोर्ड
बैठक में एलजी ने एक बार फिर दिल्ली में पानी लीकेज का मुद्दा उठाया। उन्होंने बताया कि पाइपलाइन की मरम्मत नहीं होने के चलते काफी पानी बर्बाद हो जाता है। मंत्रियों ने उन्हें बताया कि इसे लेकर जल बोर्ड के साथ जल्द ही योजना तैयार की जाएगी। पानी की बर्बादी को रोका जाएगा।
एलजी ने दिया आश्वासन
बैठक में एलजी ने मंत्रियों को आश्वासन दिया कि वह हरियाणा सरकार से मानवीयता के आधार पर अधिक पानी छोड़ने की मांग करेंगे। उन्होंने जल बोर्ड में कर्मचारियों की कमी एवं सीईओ पर अतिरिक्त बोझ की समस्या का भी समाधान जल्द करने का आश्वासन दिया।
एलजी ने मंत्रियों को आरोप-प्रत्यारोप से बचते हुए पड़ोसी राज्य से बातचीत कर मामले को सुलझाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि अगर हरियाणा अतिरिक्त पानी भी देता है तो दिल्ली के पास उसे शोधित करने की क्षमता नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर दिल्ली में लीक हो रहे पानी एवं हरियाणा से आते समय गायब हो रहे पानी को रोका जाए तो समस्या का समाधान हो जाएगा।