नई दिल्ली /डीएन24 संवाददाता: एशिया की सबसे बड़ी सब्जी और फल मंडी होने के बावजूद केजरीवाल सरकार की एपीएमसी आजादपुर मंडी परिसर में पीने का साफ़ पानी तक उपलब्ध नहीं करा पाती। गर्मी का मौसम लोगों का गला सूखा रहा है। मंडी परिसर में जगह-जगह प्याऊ बने हुए हैं मगर उसका पानी टैंक की सफाई नियमित नहीं हो सकने के कारण गन्दा हो चुका है। एपीएमसी आजादपुर के अधिकारियों को मंडी परिसर में काम करने वाले मजदूरों और माशाखोर के साथ साथ रोजाना आने वाले हजारों ट्रक ड्राइवरों की सेहत की कोई चिंता नहीं है। जबकि, इस मंडी से दिल्ली सरकार को रोजाना लाखों का राजस्व मिलता है।
भारतीय किसान यूनियन (भानू) दिल्ली प्रदेश व्यापार प्रकोष्ठ के अध्यक्ष पंकज भरेजा ने दिल्ली न्यूज़24 को बताया की उन्होंने कई दफ़ा मंडी में ठन्डे पानी के फ़िल्टर आरओ लगाने की मांग की परन्तु किसी का ध्यान इस समस्या पर नहीं जाता। एपीएमसी आजादपुर सिर्फ राजनीति का अड्डा बनकर रह गया है। यहां किसी अधिकारी ने बुनियादी सुविधाओं के विकास और उसके नियमित रखरखाव की तरफ ध्यान नहीं दिया।
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व्यापार प्रकोष्ठ के अध्यक्ष पंकज भरेजा का कहना है की मंडी परिसर में काम करने वाले लोगों को प्राइवेट पानी वेंडरों से पीने का पानी खरीदना पड़ता है। यदि मंडी में ठन्डे पानी के फ़िल्टर आरओ लगा दिये जाये और उनकी नियमित सफाई हो तो पानी माफिया की कमर टूट जाएगी जिससे अधिकारियों के सुविधा शुल्क पर असर पड़ेगा। शायद इसीलिए मंडी परिसर में काम करने वाले और खरीददारों की सेहत के साथ एपीएमसी खिलवाड़ कर रही है।
आप वीडियो में साफ़ साफ़ देख सकते हैं की मंडी में जो प्याऊ बनाये गए हैं उनकी टंकियों की सफाई का क्या हाल है? आपको बता दें की अक्टूबर 2023 के बाद यानी छह महीने बीतने के बाद भी मंडी के प्याऊ की सफाई नहीं हुई है। बी – ब्लॉक पुलिस चौकी के पास आउट गेट पर बने इस प्याऊ के साथ साथ प्याज़ शेड के सामने A – ब्लॉक के प्याऊ की कमोबेश यही हालत है। यदि पीने का साफ़ पानी भी केजरीवाल सरकार उपलब्ध नहीं करा पा रही तो फिर इस अराजकता से मुक्ति जरुरी है।