अरविंद केजरीवाल की सहयोगी स्वाति मालीवाल के साथ मारपीट की घटना काफी गंभीर है. लेकिन अभी तक उन्होंने इस मामले पर चुप्पी साध रखी है. इसके कई कारण हो सकते हैं जिन्हें समझना जरूरी है.
पहला, अरविंद केजरीवाल एक राजनीतिक दल के नेता हैं और उनकी चुप्पी का एक कारण यह भी हो सकता है कि वह इस मामले का इस्तेमाल राजनीतिक फायदे के लिए नहीं करना चाहते. राजनीतिक दलों में ऐसे मामले बड़े राजनीतिक मुद्दे के तौर पर उठाए जा सकते हैं, लेकिन अरविंद केजरीवाल शायद ऐसा कुछ नहीं करना चाहते.
दूसरा कारण यह हो सकता है कि अरविंद केजरीवाल चाहते हैं कि कानूनी प्रक्रिया का पालन किया जाए. यह सुनिश्चित करने के लिए कि न्याय की प्रक्रिया ठीक से चले और दोषियों को सजा मिले।
तीसरा कारण यह हो सकता है कि वे स्वाति मालीवाल की मदद के लिए कुछ निजी कदम उठा रहे हैं, जैसे निजी जांच या किसी समझौते पर पहुंचने की कोशिश करना।
चौथा कारण यह हो सकता है कि वे संभावित न्यायिक प्रक्रिया का इंतजार कर रहे हैं और कोई भी आधिकारिक बयान या कदम उठाने से पहले मामले के बारे में अधिक जानकारी इकट्ठा करना चाहते हैं।
इन तमाम वजहों के बावजूद इस मामले पर केजरीवाल की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. शायद वह इसे अधिक संवेदनशील नजरिये से देख रहे हैं और शायद उनसे जल्द ही इस मुद्दे पर कुछ कहने की उम्मीद की जा सकती है.