गुजरात के राजकोट में एक बड़ा हादसा हुआ है। यहां एक मॉल में गेमिंग जोन में भीषण आग लग गई, जिसके कारण दो दर्जन से अधिक लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में ज्यादातर बच्चे हैं। यह घटना 25 मई की है। जिसमें 20 वर्षीय इंजीनियरिंग छात्र के पिता ने जिला उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग का दरवाजा खटखटाया है और गेम जोन संचालित करने वाली कंपनी से 20 लाख रुपये का मुआवजा मांगा है।
गेम जोन में लगी आग में 27 लोगों की मौत हो गई। पीड़ितों के वकील गजेंद्र जानी ने मंगलवार को बताया कि पेशे से व्यवसायी रसिक वेकारिया ने राजकोट जिला उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग का दरवाजा खटखटाया है और कंपनी से सेवा में कमी और लापरवाही के लिए 20 लाख रुपये का मुआवजा और दंडात्मक हर्जाना मांगा है।
वेकारिया ने अपनी दलील में मुआवजे का आधार बताते हुए कहा कि उनका इकलौता बेटा नीरव इंजीनियरिंग द्वितीय वर्ष का छात्र था और वह पढ़ाई में बहुत अच्छा था लेकिन कंपनी और उसके साझेदारों की लापरवाही के कारण हुए हादसे में उसकी जान चली गई।
जिला मजिस्ट्रेट, पुलिस आयुक्त, राजकोट नगर निगम को मामले में पक्ष बनाया गया है ताकि वे शिकायत के संबंध में सभी दस्तावेजी साक्ष्य ला सकें। उन्होंने कहा कि न्यायाधीश केएम दवे ने रेसवे एंटरप्राइजेज और उसके भागीदारों, राजकोट जिला मजिस्ट्रेट, पुलिस आयुक्त और नगर आयुक्त सहित नौ पक्षों को नोटिस जारी किए हैं। वेकारिया ने 29 जून को शिकायत दर्ज कराई और 6 जुलाई को नोटिस जारी किए गए। मामले की अगली सुनवाई 2 अगस्त को होगी।