आईजीआई एयरपोर्ट थाना पुलिस ने पहाड़गंज स्थित गेस्ट हाउस रिक्की डिलक्स के मालिक को हवाई जहाज में चोरी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान राजेश कपूर के रूप में हुई है। पुलिस का दावा है कि यात्रा के दौरान आरोपी बुजुर्गों को निशाना बनाता था और उनके लाखों के गहनों पर हाथ साफ कर देता था।
आरोपी एक साल में 200 से ज्यादा हवाई यात्राएं कर चुका है। पुलिस ने आरोपी के निशानदेही पर करोलबाग के ज्वेलर शरद जैन को भी गिरफ्तार किया है, जो आरोपी से गहने खरीदता था। पुलिस ने इनके कब्जे से लाखों के गहने बरामद किए हैं।
एयरपोर्ट पुलिस उपायुक्त उषा रंगनानी ने बताया कि हैदराबाद एयरपोर्ट पर सुधा रानी ने हवाई यात्रा के दौरान गहने चोरी की जीरो एफआईआर दर्ज करवाई। उन्होंने बताया कि 11 अप्रैल को वह एयर इंडिया की फ्लाइट से हैदराबाद से दिल्ली हवाई अड्डा पहुंचीं। यहां से उन्हें यूएसए के लिए फ्लाइट पकड़नी थी। यात्रा के दौरान उनके हैंडबैग में रखे सात लाख रुपए के गहने किसी ने चोरी कर लिए।
निरीक्षक राज कुमार, सुमित कुमार और अजय यादव के नेतृत्व में पुलिस टीम ने मामले की जांच शुरू की। जांच के दौरान पुलिस ने एयर इंडिया के अधिकारियों की मदद से आईजीआई हवाई अड्डे, अमृतसर हवाई अड्डे और हैदराबाद हवाई अड्डों के सीसीटीवी कैमरों के फुटेज का गहन जांच की। साथ ही चोरी होने वाले विमानों में यात्रा करने वाले यात्री की जानकारी हासिल की। पुलिस को यहां से एक फर्जी नंबर मिला, जो यात्री के नाम से पंजीकृत नहीं था। पुलिस ने कॉल डिटेल रिकॉर्ड के जरिए संदिग्ध का मोबाइल नंबर हासिल कर लिया। तकनीकी जांच से पता चला कि संदिग्ध पहाड़गंज इलाके में रहता है और अपने फोन का कभी-कभी इस्तेमाल करता है।
सोशल मीडिया से फोटो हासिल कर किया गिरफ्तार
जांच के दौरान पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म से आरोपी का फोटो हासिल किया। पहाड़गंज इलाके में फोटो के जरिए उसकी पहचान करने की कोशिश की। कई घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस को पता चला कि आरोपी पहाड़गंज के रिक्की डिलक्स गेस्ट हाउस में सबसे ऊपरी की मंजिल पर रह रहा है। यह भी पता चला कि वह गेस्ट हाउस का मालिक है। पुलिस ने गेस्ट हाउस में दबिश देकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। उसकी पहचान संगतराशन, पहाड़गंज निवासी राजेश कपूर के रूप में हुई। जांच में पता चला कि आरोपी पर पहले से 11 आपराधिक मामले दर्ज हैं।
बुजुर्ग को निशाना बनाने के लिए बदलवा लेता था सीट
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि यात्रा के दौरान बुजुर्ग को निशाना बनाने के लिए वह अपनी सीट बदलवा लेता था। वह उन बुजुर्गों के पास जाकर बैठ जाता था। उसने बताया कि उसने ज्यादातर नकदी ऑनलाइन और ऑफलाइन सट्टा खेलने में खर्च की।
मृत भाई के नाम पर करता था टिकट बुकिंग
जांच में पता चला कि आरोपी पहचान से बचने के लिए एक अलग रणनीति से काम करता था। वह अपने मृत भाई ऋषि कपूर के नाम से टिकट बुक करता था। आरोपी ने दिल्ली, चेन्नई, हैदराबाद, चंडीगढ़, बैंगलोर, मुंबई और अमृतसर के विभिन्न हवाई अड्डों की ओर जाने वाली कई एयरलाइनों में यात्रा की है।